Who can be given the chance in the future?

in #sports6 years ago

image

दोस्तों, भारतीय युवा खिलाडी पृथ्वी ने टेस्ट क्रिकेट में साफल्य अर्जन करने के बाद इसबार क्रिकेट प्रशंसकों ने विश्व कप में ऋषभ पंत की बल्लेबाजी देखने के लिए प्रतीक्षा कर रहे हैं। और इसमें कहानी यह है कि, इस समय कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान दिनेश कार्तिक दूसरे विकेटकीपर की रूप में खेल रहा हैं, लेकिन ऋषभ इंडियन टीम में पकड़ मजबूत करने के लिए लगातार बहुत अच्छी तरह से प्रदर्शन कर रहे हैं।

एशिया कप में ऋषभ की अनुपस्थिति से भारतीय क्रिकेट प्रेमी दर्शक बहुत आश्चर्यचकित हुए थे। लेकिन, अगर वह वेस्टइंडीज के खिलाफ आगामी एक दिवसीय वनडे सीरीज़ में शामिल होते है तो आश्चर्यचकित नहीं होगा। यदि एकदिवसीय श्रृंखला में मौका नहीं भी मिलता है तो कोई नहीं, फिर भी इसके बाद तीन टी -20 मैच होंगे। वेस्टइंडीज को टी-ट्वेंटी में एक मजबूत टीम मन जाता है और यही एक अच्छी समय है की ऋषभ को एक अवसर दिया जाय और उनके अंदर कूट कूट के भरे प्रतिभा को दुनिया की सामने ले आया जाय।

खबरों के अनुसार मजबूत संकेत पाए गए हैं कि विश्व कप टीम के लिए टीम बनाने से पहले, टीम मैनेजमेंट जो सीमित ओवरों के मैच में अच्छे फॉर्म में हैं, ऋषभ पंत को नजर में रखे हैं। विश्व कप से पहले और ज्यादा एक दिवसीय मैच नहीं हैं। वेस्टइंडीज के बाद, वर्ष के अंत में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया जायगा। ऑस्ट्रेलिया के साथ तीन टी-ट्वेंटी और तीन एक दिवसीय मैच खेलेंगे भारतीय टीम । 99% आश्वासन दिया गया है की महेंद्र सिंह धोनी विश्वकप में पहला विकेटकीपर रूप में खेलेंगे । अब सवाल यह है की दूसरे विकेटकीपर की जगह पर कब्जा कौन करेगा, ऋषभ या कार्तिक ?

दोनों के बीच लड़ाई। दिनेश कार्तिक और ऋषव पंत। दूसरे विकेटकीपर का नाम वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आने वाले ओडीआई और टी -20 मैचों में तय किया जा सकता है। ऋषभ ने ओवल टेस्ट में एक प्रभावशाली शतक बनाया और राजकोट में 84 गेंदों में 92 रन बनाए थे। किसी-किसी के अनुसार, वह टेस्ट से ज्यादा एकदिवसीय क्रिकेट में अच्छा रन बटोरते है। यही कारण है कि यह आश्चर्य की बात नहीं है कि वह टेस्ट में रन नहीं बना पाया, क्युकी वह वनडे में बहुत अच्छा खेलते आ रहे है।

विश्वकप को ध्यान में रखते हुए, मुख्य खिलाड़ियों की ओडीआई में बहुत आराम नहीं दिया जा सकता है। इसलिए युवाओं की प्रतिभा को देखने के लिए टी-ट्वेंटी में उनका इस्तेमाल किया जा सकता है। ऐसा लगता है कि कोच रवि शास्त्री युवा रक्त को कोच के रूप में बलिदान नहीं देना चाहती है। विशेष रूप से पिछले एक महीने में, भारत भारतीय टीम के साथ खेलने के लिए तीन नए चेहरे सफल रहे। ऋषभ को इंग्लैंड की टेस्ट सीरीज़ में कार्तिक के बदले लिया गया था, और उस निर्णय के पीछे प्रमुख भूमिका हेड कोच की थी। ओवल में हनुमा बिहारी की सफल शुरुआत और, वेस्टइंडीज के खिलाफ राजकोट की पृथ्वी लॉन्च। इंग्लैंड के दौरे पर, शास्त्री ने सबसे ज्यादा नेट पर पृथ्वी शॉ और ऋषभ पंत के पीछे समय दिया। उसके पश्च्यात दोनों ने बल्लेबाजी में मामूली बदलाव किए हैं।

पिछले एक साल में भारत के सीमित ओवरों क्रिकेट में कार्तिक कभी सफल रहा है, और कभी नहीं रहा है। वह चार नंबर की बल्लेबाजी में अंबाती रायदु के साथ भी लड़ाई में हैं। श्रीलंका के निदास ट्रॉफी में आखिरी ओवर में आक्रामक मैच खेलकर इंडिया के नायक बन गया था। लेकिन पिछले एक साल में, उनकी बल्लेबाजी की औसत लगभग 50% की आसपास है, लेकिन स्ट्राइक रेट 71.29 की । विश्वकप के लिए ये स्ट्राइक रेट भारतीय क्रिकेट टीम प्रबंधन को एक चिंता का विषय हो सकता है।

किसी-किसी को लगता है कि ऋषभ की होने का मतलब है कि नया 'एक्स-फैक्टर' एक विश्व कप टीम के साथ जुड़ा हुआ है। सुचना के अनुसार उन्हें केवल बल्लेबाज के रूप में भी खेलने के लिए लिया जा सकता है। उस स्थिति में, अगर धोनी कीपिंग कर रही है तो ऋषभ को बल्लेबाज के रूप में छह विकेट पर खेलने के लिए दरवाजा खोला रहेगा और आप हीटर की तरह अचानक शीर्ष में भेजकर भी चौंका दिया जा सकते हैं।

आखिरकार, इंग्लैंड की ख़राब सफर और एशिया कप में ऋषभ का अंधेरा छाया होने के बाद भी अगले कुछ महीनों में ऋषभ का विश्व कप के लिए भाग्य उज्ज्वल हो सकता है।

आपको क्या लगता है ऋषभ पंत को विश्वकप-२०१९ के लिए मौका देना चाहिए या नहीं। अपना राय कमेंट बॉक्स में जरूर लिखे।

मेरा ब्लॉग में आने के लिए धन्यवाद।

Photo source https://goo.gl/images/DVkWxp

Coin Marketplace

STEEM 0.26
TRX 0.11
JST 0.033
BTC 64383.21
ETH 3098.60
USDT 1.00
SBD 3.89